मैं, सुमित चक्रवर्ती, चण्डीगढ़ का रहने वाला हूँ। मैं एक बंगाली परिवार से हूँ तथा एक कम्प्यूटर कंपनी में कार्यरत हूँ। हालाँकि मेरी मातॄभाषा बंगला है, पर हिन्दी भाषा से मुझे विशेष लगाव रहा है और साथ ही संगीत से भी, जिसमें मुझे बचपन से ही बहुत रुचि रही है। बाल्यकाल में स्कूल द्वारा आयोजित कई गायन प्रतियोगिताओं में भाग लिया करता था। किसी कारणवश संगीत की शिक्षा पूरी तो न कर सका परंतु इसमें अपनी रुचि में कभी कोई कमी नहीं आने दी तथा आज भी एक जिज्ञासु बालक की तरह संगीत के बारे मे जानकारी एकत्रित करता रहता हूँ। मेरे विचार में संगीत की हर शैली का अपना एक विशेष महत्त्व है - चाहे शास्त्रीय संगीत हो या पाश्चात्य संगीत। संगीत के अतिरिक्त मेरे २ और शौक़ हैं - चित्रकारी और खाना बनाना। हिन्द-युग्म से मेरा परिचय करवाया श्री सुजॉय चटर्जी ने जिन्हें मैं अपने बड़े भाई समान मानता हूँ। आज उन्हीं की प्रेरणा से मैं 'सुर-संगम' के माध्यम से हिन्द-युग्म जैसे मंच से जुड़ पाया हूँ। आशा है कि मैं आप सबकी उम्मीदों पर खरा उतर पाउँगा तथा शास्त्रीय व लोक संगीत प्रेमियों का मनोरंजन कर सकूँगा।