प्रकाशित कार्टून
- होली पर युग्मियों के कार्टून
- बे-तक्ख्ल्लुस पूछता है कौन-सा साहित्य पढें भाई
- एक कार्टून राजेन्द्र यादव के नाम
- राजेन्द्र यादव का कार्टून
- कार्टून 29 दिसम्बर 2008
- क्या ये पहली बार हुआ है
- अज्ञात कन्या का मर्म
- बनाते रहे पुल
- आतंकवाद पर प्रतिक्रियाएँ
- वो "पब" याद आये, बहुत याद आये
मूल नाम- मनोज बंसल
जन्म- 2 मार्च 1967.......(दिल्ली में ही )
फ़ोन नंबर- 09818753303
शौक- कुछ कहानी, ग़ज़ल वगैरह लिखना, पेंटिंग करना, शांत क्लासिकल संगीत सुनना, कभी-कभार रसोई में कुछ पका लेना ( मजबूरी में नहीं, मूड हुआ तो)
पहला प्रकाशन- ज़ाहिर है हिंद युग्म पर......
युग्म से जुड़ने का विशेष कारण- सबसे पहला तो यही के अंतरजाल पर सबसे पहले युग्म ही मिला था। इसके अलावा यहाँ पर ही जीवन में आये कुछ ख़ास मित्र। एक और बड़ी बात के युग्म ने हमारी नादानियाँ, गुस्ताखियाँ, बेबाकियां..... सब बहुत ही अपनेपन से झेली हैं।
हिन्द-युग्म पर कार्टून निर्माण और लेखन में सहयोग
प्रकाशित बाल-कार्टून
- हितोपदेश-17 किसान और सर्प
- हितोपदेश-16 - किसान और मुर्गी
- हितोपदेश-15 -लालची बाघ
- हितोपदेश- 13 बन्दर और मगरमच्छ
- हितोपदेश- 12 साधु की पुत्री
- हितोपदेश -11- शेर और खरगोश
- हितोपदेश- 10 बातूनी कछुआ
- हितोपदेश- 9 दोस्ती मगर सोच समझ कर
प्रकाशित लघुकथाएँ
प्रकाशित कविताएँ
प्रकाशित कविताएँ
- सुर्ख उम्मीद के फूल खिलाए रखना (पुरस्कृत)
- हो मुश्किल बहर से लाचार जैसे काफिया कोई (पुरस्कृत)
- हरेक शाख पे पतझड़ के आशियाने हैं
- उसके वादे हैं जी लुभाने की शय
- जब वो तेरे हैं तो फिर क्या दूरियां-नजदीकियां
- शमा को दी कभी तूफ़ान की निगेहबानी
- जब से है बज़्म में हमराजे सुखनवर मेरा (मनु की ग़ज़ल, स्वप्न मंजूषा का स्वर)
- जाम आखिर जाम की सूरत कभी तो चाहिए