अभिषेक पाटनी


मेरे अन्दर सीलन ....थी भी?
मुझे याद नहीं
जब से देखा है...खुद को
ऐसा ही पाया है
चेहरा नम होता है
और आंखें खाली... बदन गीला रहता है
और जेहन खाली न जाने कब..
किस हादसे में...?
क्या बह गया है....
कमबख्त....आंखों से लहू के सिवा
कुछ उतरता ही नहीं !

शिक्षा- 'पत्रकारिता व जन्सम्प्रेषण' में स्नात्कोत्तर (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी)
हिन्दी-साहित्य में स्नात्कोत्तर (पटना विश्वविद्यालय, पटना)

उपलब्धियाँ- राँची स्थित स्पेनिन संस्था द्बारा 'स्पेनिन सृजन सम्मान २००७' से सम्मानित
तमाम हिन्दी साहित्यिक पत्रिकाओं में कविताएँ, कहानियाँ व निबंध प्रकाशित

रुचियाँ- रचनात्मक लेखन और गीत-संगीत सुनना।

पत्राचार पता- बी-47, बायाँ भूतल, दयानंद कॉलोनी, लाजपत नगर-4, नई दिल्ली-110024

ईमेल- patni12@gmail.com, मोबाइल-9999156678

हिन्द-युग्म पर इनका वार - सोमवार