प्रकाशित कवितायें
- दीवार पर लटके तारीखों के कागज़
- ये नए ज़माने के शायिर, ये औरत भी है, ये माँ भी है
- अच्छा नहीं लगता
- क्यों नहीं .....
- तेरा इश्क ..................
- दिल्लगी उश्शाक से
- सेल्समैन
- मौसम बदल रहा है .............
- शब्दहीन हूँ ..................
- फ़ौरन -फ़ौरन .......................
- नि:शब्द .....
- आज फिर वही बात है .....
- अब दर्द नहीं होता ..
- ...... तय किए ज़िंदगी ने कई फासले ....
- ...... अंत
- दरमियां .................
- ...ग़ज़ल ....
- ....थी वो हकीकत या खाब था वो ....
३२ वर्षीय रूपम चोपड़ा मूलतः नागपुर (महाराष्ट्र) से हैं और बतौर आई टी प्रोफैशनल दिल्ली के एक MNC में कार्यरत हैं। ३-४ महीनों से कविताएँ लिख रही हैं अंग्रेज़ी कविताएँ और हिन्दी गज़लें लिखने का ख़ास शौक है दो प्यारी-प्यारी बेटियों की माँ हैं। अनेकानेक जिम्मेदारियाँ एक साथ सम्हाले हुए हैं।