स्थान: पालमपुर, हिमाचल प्रदेश
शिक्षा: प्राइमरी शिक्षा - सेंट पालज हाई स्कूल, पालमपुर, हिमाचल प्रदेश
माध्यमिक शिक्षा - गोवर्नमेंट हाई स्कूल, इन्ड्रूजगंज, नई दिल्ली
स्नातक - बी. एस . सी. - 1978, गुरु गोविन्द सिहं खालसा कालेज, नोर्थ दिल्ली केम्पस , दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली.
स्नातकोतर - एम. ए . (पब्लिक एडमिन्सट्रेशन) , राजस्थान यूनिवर्सिटी.
रुचि: पुस्तकें बचपन से प्रिय रही हैं. कुछ मन पसन्द पुस्तकों की सूची निम्न है:
प्रतिज्ञा, कफ़न, गौदान, गबन, मानसरोवर नमक का दरोगा, निर्मला - मुन्शी प्रेम चन्द, चन्द्रकान्ता सन्तति - बाबू देवकी नंदन खत्री, मृणालिनी, आनंद मठ - बंकिम चन्द्र चैटर्जी, अनटचेबल - मुल्कराज आनन्द, अतीत के चलचित्र , पथ के साथी, संकल्पिता, हिमालय, सांध्यगीत - महादेवी वर्मा, ट्रेन टू पाकिस्तान - खुशवन्त सिंह, हिमालयन वलन्डर - कर्नल जे पी देहलवी, हू मूव्ड माई चीज - जोनाथन स्पेनसर, और भी बहुत सी जिनके नाम ये अक्सर भूल जाते हैं।
संगीत - भारतीय शास्त्रीय व हल्का संगीत
ग़ज़लें - मेंहदी हसन, मुन्नी बेगम, गुलाम अली, जगजीत सिंह चित्रा सिंह, पिनाज मसानी, पंकज उधास
पुराने हिन्दी फ़िल्मी गाने - मुहम्मद रफ़ी, मुकेश कुमार, किशोर कुमार, मन्नाडे, तलत महमूद, लता मंगेश्कर, आशा भोंसले.
सेवारतः दिसम्बर 1978 - जुलाई 1979 - कृषि मंत्रालय
जुलाई 1979 - नवम्बर 1982 - वित्त मंत्रालय
डारेक्टरोरेट आफ़ इन्टेलिजैन्स (डी.आर .आई)
नवम्बर 1982 के बाद - (निजी सचिव / उप प्रबन्धक)
इन्डियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड, कार्पोरेट आफ़िस, नई दिल्ली .
हिन्द- युग्म के अतिरिक्त कवि मोहिन्दर यहाँ भी लिखते हैं-
http://dilkadarpan.blogspot.com
http://mohinder56.blogspot.com/
हिन्द-युग्म पर इनका वार- मंगलवार
सम्पर्क-
ई-मेल- mohinder56 at gmail.com
9899205557
योगदान-
केवल संज्ञान है
यादों की तितलियां
दोषी कौन
लम्पट मन
संस्कृति पलायन
जीवन नाम है परिवर्तन का
देशनिकाला
किस से करें उम्मीद
ग़ज़ल
अब नहीं कोई सवाल, अब जबाब चाहिए
तो कोई बात नहीं
अम्बा का संताप
अंदाज़ लगाना मुश्किल है
कहीं ऐसा न हो जाये
बिँधे हुए पंख
ज़िंदगी चले जाने के सिवा क्या है
प्रतीक्षा
दुविधा
टंकार
हास्य से व्यंग्य तक- रोटी और इंकलाब
तुम अकेले नहीं
प्रीत की रीत
गठबंधन आशाओं से
मै क्या क्या न भूल चुका
मिथ्याबोध
दर्द सजीले
इसके सिवा क्या है
बंजारे
ग़ज़ल
कोई मेरे साथ तो है
ख्वाब एक जज़बात का
कद
दूर से हर मँजर दिलकश
कागज की नाव
अहसास
बाबुल बिटको
ख्वाहिश
मुस्कराओ तो सही
कुछ दर्द मेरे अपने
पहली बार मिले हो मुझसे
कोयला आज भी हूं
घनत्व
अस्तित्व का बोध
कोमल बेल या मोंढ़ा
नव वर्ष मंगलमय हो
कोई नहीं है
क्यूं नहीं लेते
कसक
जज्वा-ए-दिल
हर पल इक नया सपना
मेरे किस्सों को किताब होने दो
हर पल इक नया सपना
इक बार मुड़ के देख ले
शबनम-ए-हयात
चांद की छुअन
सच का आइना
अधिकार किसका
तेरे आने से
जमीर एक आग
क्षणिकायें
एक दिन....
दौराने सफ़र
क्यों कोई हो
केवल संज्ञान है
यादों की तितलियां
दोषी कौन
लम्पट मन
संस्कृति पलायन
जीवन नाम है परिवर्तन का
देशनिकाला
किस से करें उम्मीद
ग़ज़ल
अब नहीं कोई सवाल, अब जबाब चाहिए
तो कोई बात नहीं
अम्बा का संताप
अंदाज़ लगाना मुश्किल है
कहीं ऐसा न हो जाये
बिँधे हुए पंख
ज़िंदगी चले जाने के सिवा क्या है
प्रतीक्षा
दुविधा
टंकार
हास्य से व्यंग्य तक- रोटी और इंकलाब
तुम अकेले नहीं
प्रीत की रीत
गठबंधन आशाओं से
मै क्या क्या न भूल चुका
मिथ्याबोध
दर्द सजीले
इसके सिवा क्या है
बंजारे
ग़ज़ल
कोई मेरे साथ तो है
ख्वाब एक जज़बात का
कद
दूर से हर मँजर दिलकश
कागज की नाव
अहसास
बाबुल बिटको
ख्वाहिश
मुस्कराओ तो सही
कुछ दर्द मेरे अपने
पहली बार मिले हो मुझसे
कोयला आज भी हूं
घनत्व
अस्तित्व का बोध
कोमल बेल या मोंढ़ा
नव वर्ष मंगलमय हो
कोई नहीं है
क्यूं नहीं लेते
कसक
जज्वा-ए-दिल
हर पल इक नया सपना
मेरे किस्सों को किताब होने दो
हर पल इक नया सपना
इक बार मुड़ के देख ले
शबनम-ए-हयात
चांद की छुअन
सच का आइना
अधिकार किसका
तेरे आने से
जमीर एक आग
क्षणिकायें
एक दिन....
दौराने सफ़र
क्यों कोई हो
बाल-उद्यान पर इनका वार - रविवार
योगदान -
नये मेहमान
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम हवा-चक्री बनाना सीखे
घोड़े का चित्र बनाना सीखें
नये मेहमान
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो चित्र बनाना सीखें
आओ बच्चो हम हवा-चक्री बनाना सीखे
घोड़े का चित्र बनाना सीखें